माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफार्म ट्विटर (Twitter) ने अपनी वेबसाइट, पोस्ट और अकाउंट से जुड़े 80 से अधिक लिंक्स को ब्लॉक कर दिया है. दरअसल, सरकार ने कई अकाउंट्स को ब्लॉक (block) करने का आदेश दिया था, जिसके बाद ट्विटर ने यह कदम उठाया है. जानकारी के लिए बता दें कि सरकार द्वारा कई एडवोकेटरी ग्रुप फ्रिडम हाउस, पत्रकारों, राजनेताओं और किसानों आंदोलन से जुड़े कुछ ट्वीट्स को ब्लॉक करने के आदेश दिए गए थे.
ट्विटर ने जिन लिंक्स को ब्लॉक किया है, वो किसान आंदोलन, पाकिस्तानी सरकार के अकाउंट्स और अमेरिका की एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन से जुड़े हुए है, जो कह रहे हैं कि भारत में इंटरनेट की स्वतंत्रता में गिरावट आई है.
लुमेन डेटाबेस में दायर किए गए डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक, सरकार की ओर से यह आदेश 5 जनवरी, 2021 और 29 दिसंबर, 2021 के बीच भेजे गए थे. Google, Facebook और Twitter जैसी प्रमुख इंटरनेट कंपनियां Lumen डेटाबेस में उन वेबलिंक्स या अकाउंट्स के बारे में इनफॉर्मेशन भेजती हैं, जिन्हें लागू कानूनों के तहत किसी भी संस्था द्वारा ब्लॉक करने के लिए कहा जा रहा होता है.
ट्विटर द्वारा दायर डॉक्यूमेंट के मुताबिक, सरकार ने ट्विटर से इंटरनेशनल एडवोकेटरी ग्रुप फ्रीडम हाउस के ट्वीट को ब्लॉक करने के लिए कहा था. इस ट्वीट में 2020 में इंटरनेट की स्वतंत्रता (freedom of internet) की स्थिति के बारे में बात की गई थी और भारत में इसकी तेजी से गिरावट की इनफॉर्मेशन (information) दी गई थी. इसके अतिरिक्त सरकार ने विधायक जरनैल सिंह सहित भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सदस्यों के ट्वीट्स को ब्लॉक करने का अनुरोध भी किया था. इस अलावा ब्लॉक किए जाने वाले अकाउंट्स के अनुरोध में किसान एकता मोर्चा का अकाउंट भी शामिल था.